झारखंड के कृषि मंत्री ने दिल्ली में आंदोलनरत किसानों के साथ बिताई साल 2020 की आखिरी रात, कही ये बात

झारखंड के कृषि पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री बादल पत्रलेख ने 31 दिसंबर दिल्ली में आंदोलनरत किसानों के साथ बिताया। कृषि मंत्री साल के आखिरी दिन दिल्ली पहुंचे थे। इसके बाद वहां से वे सीधे सीधे सिंधु बॉर्डर के पास किसानों के चल रहे उग्र आंदोलन में शरीक होने देर रात पहुंच गए। इस दौरान किसानों के लिए खाना बनाने के साथ-साथ उन्होंने कड़ाके की ठंड के बावजूद पूरी रात किसानों के साथ बिताई।

मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि हम अपने घर में नया साल अच्छे से मनाएं और हमारे किसान देश स्तर पर आंदोलन करें यह कहीं से उचित नहीं है। किसानों के साथ दिल्ली के कड़ाके की ठंड में मंत्री ने पूरी रात गुजारी, रात 12 बजे जब पूरा देश नए साल के जश्न में डूबा था। उस वक्त कृषि मंत्री बादल सिंधु बॉर्डर पर किसानों के साथ टेंट में नया साल मना रहे थे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के किसानों को लेकर आए फरमान के विरोध में पूरा देश आज उबल रहा है। केंद्र सरकार के खिलाफ देश के सभी किसान हैं। ऐसे में केंद्र सरकार को किसानों का सम्मान करते हुए उचित निर्णय लेने की आवश्यकता है किसान हमारे अन्नदाता है और इनके साथ यदि अन्याय होगा तो वह किसी सूरत में बर्दाश्त नहीं है।

इस दौरान कृषि पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री ने आंदोलन कर रहे किसानों के लिए भोजन बनाते दिखे। उनके साथ राष्ट्रीय युवा कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवासन और महासचिव भैया जी पवार भी मौजूद थे।