न्यूयॉर्क, आइएएनएस। Coronavirus Herd Immunity, दुनियाभर में कोरोना महामारी के प्रसार को रोकने की लगातार कोशिशें की जा रही हैं। एक तरह कई देशों के वैज्ञानिक कोरोना की वैक्सीन तैयार करने में जुटे हुए हैं तो दूसरी ओर कई तरह की दवाओें का इस्तेमाल भी हो रहा है। इन्हें कोरोना की दवा के रूप में लांच किया जा रहा है। वहीं, दुनिया के कई वैज्ञानिकों की नजर हर्ड इम्युनिटी पर भी टिकी हुई है। कोरोना पर लगाम लगाने के लिए कई बार हर्ड इम्युनिटी पर बात हो चुकी है। हालांकि, विश्व स्वास्थ्य संगठन(डब्ल्यूएचओ) पहले ही इसको लेकर चेतावनी जारी कर चुका है। लैंसेट के एक जर्नल में प्रकाशित एक खुले पत्र में 80 अंतरराष्ट्रीय शोधकर्ताओं ने हर्ड इम्युनिटी को लेकर अपनी राय स्पष्ट की है। पत्र में लिखा गया है कि कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए हर्ड इम्युनिटी के उपयोग करने का विचार वैज्ञानिक प्रमाणों द्वारा असमर्थित एक खतरनाक सोच है। विशेषज्ञों ने कहा कि निर्णायक और तत्काल कार्य करना महत्वपूर्ण है। लैंसेट ने दावा किया कि वैज्ञानिकों ने स्वीकार किया है कि मौजूदा प्रतिबंधों से जनता में व्यापक लोकतांत्रिकता और कम भरोसा पैदा हुआ है और संक्रमण की दूसरी लहर के डर से लोगों के अंदर हर्ड इम्युनिटी को लेकर दिलचस्पी पैदा हुई है। सभी वैज्ञानिकों ने जोर देकर कहा कि कोरोना संक्रम से प्रतिरक्षा पर निर्भर कोई भी महामारी प्रबंधन रणनीति त्रुटिपूर्ण है।