प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जन औषधि दिवस समारोह में वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के जरिए शिलांग में बने 7500वें जनऔषधि केंद्र को देश को समर्पित किया। फिलहाल वह प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना के लाभार्थियों के साथ बातचीत भी कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जन औषधि दिवस समारोह में वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए शिलांग में बने 7500वें जनऔषधि केंद्र को देश को समर्पित किया। फिलहाल वह ‘प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना’ के लाभार्थियों के साथ बातचीत भी कर रहे हैं। लाभार्थियों से बात करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दवाएं महंगी हैं, इसीलिए हमने गरीबों के लिए पीएम ‘जन औषधि’ योजना शुरू की है, जो उनके पैसे बचाता है। मैं लोगों से ‘मोदी की दुकान’ से सस्ती कीमत पर दवाइयां खरीदने का आग्रह करता हूं। बता दें कि लोग ‘जन औषधि केंद्र’ को मोदी की दुकान कहना पसंद करते हैं। थोड़ी देर में वह लोगों को संबोधित भी करेंगे और हितधारकों को उनके श्रेष्ठ कार्यो के लिए सम्मान भी देंगे।

पीएमओ के अनुसार प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना का मकसद लोगों को कम कीमत पर गुणवत्ता वाली दवाइयां उपलब्ध कराना है। इन केंद्रों में 40-90 फीसद तक दवाइयां सस्ती मिलती हैं। इस वित्त वर्ष में (चार मार्च, 2021) तक इस केंद्र से दवाइयां खरीदने पर लोगों को कुल 3,600 करोड़ रुपये की बचत हुई है। जनऔषधि केंद्रों के बारे में ज्यादा से ज्यादा लोगों को जानकारी देने के लिए 1-7 मार्च के हफ्ते को जनऔषधि सप्ताह के रूप में मनाया जा रहा है। इसके लिए ‘जन औषधि..सेवा भी, रोजगार भी’ का नारा दिया गया है।