भय्यू महाराज आत्महत्या मामले में शुक्रवार को महाराज की दूसरी पत्नी आयुषी ने न्यायालय में अपना बयान दर्ज कराया। आयुषी ने अभियोजन का समर्थन करते हुए कहा कि तीनों आरोपित महाराज को लगातार धमकी देकर ब्लैकमेल कर रहे थे। इन्‍हीं वजहों से परेशान होकर ही महाराज ने आत्महत्या जैसा कदम उठाया था। आयुषी ने यह भी बताया कि आरोपित महाराज को नशीली दवाएं देते थे। यही नहीं नशे में ही महाराज से सुसाइड नोट लिखवाया था।

दाती महाराज जैसा कर देंगे हाल

आयुषी ने कहा कि आरोपित महाराज को धमकाते थे कि यदि तुमने पलक से शादी नहीं की तो दुष्कर्म के केस में फंसा कर तुम्‍हारी दाती महाराज जैसा हाल कर देंगे। अब एक फरवरी को सुनवाई होगी। न्यायाधीश एमके जैन के समक्ष शुक्रवार को तीनों आरोपितों की वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से पेशी हुई।

एक दिन पहले बहुत परेशान से महाराज

आयुषी ने न्यायालय को बताया कि आत्महत्या से एक दिन पहले महाराज बहुत परेशान थे। बार-बार पूछने पर भी मौन बैठे थे। वे पुणे जाने के लिए निकले थे, लेकिन सेंधवा से लौट आए। इंदौर आने पर गुमसुम बैठे रहे। कुछ देर बाद विनायक आया और महाराज को शौचालय की तरफ ले गया। उसने धीरे-धीरे महाराज से कुछ बात की। इसके बाद महाराज बहुत परेशान हो गए थे। गौरतलब है कि भय्यू महाराज ने 12 जून 2018 को आत्महत्या कर ली थी।

तीन जगह रखे थे रुपये

आयुषी ने न्यायालय को बताया कि महाराज के देहांत के 13 दिन बाद विनायक ने स्वीकारा था कि महाराज के पास के रुपये उसके पास हैं। उसने तीन बैगों में रुपये रखे हैं। एक बैग गांव में और दो बैग दो लोगों के पास रखे हैं। विनायक ही महाराज के आर्थिक कामकाज देखता था।

घरवालों से भी मिलने नहीं देते थे

आयुषी ने बताया कि महाराज ने उनसे कहा था कि पलक और बाकी दोनों आरोपित उन्हें ब्लैकमेल कर रहे हैं। पलक के पास कुछ चीजें हैं, उसे लेकर विनायक और शरद ने उन्हें फंसाया है। आरोपित कुछ चीजें दिखाकर बार-बार मुझे धमकाते हैं। तीनों आरोपित महाराज को किसी से मिलने भी नहीं देते थे। जिसे भी महाराज से मिलना होता था, पहले आरोपितों से अनुमति लेनी पड़ती थी। हालत ये थे कि महाराज को घरवालों से भी ये लोग मिलने नहीं देते थे।

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