गुजरात के छोटा उदेपुर में कांग्रेस की मदद से बहुजन समाज पार्टी (बसपा) का सदस्य नगरपालिका का चेयरमैन बना। 28 में से 25 सदस्यों ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के चेयरमैन के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन किया, जिसके चलते नगरपालिका अध्यक्ष को पद से हटना पड़ा। चेयरमैन नरेश जायसवाल के खिलाफ कांग्रेस व भाजपा के सदस्यों में नाराजगी थी। ये सभी सदस्य नगर पालिका चेयरमैन की कार्यशैली से असहमत थे, जब इनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया तो कांग्रेस व बसपा सदस्यों ने नगरपालिका प्रशासक के समक्ष अविश्वास प्रस्ताव दाखिल किया, जो 28 सदस्यों में से 25 सदस्यों के भारी बहुमत से पारित हो गया।

गौरतलब है कि राजस्थान में बसपा के छह विधायकों के कांग्रेस में शामिल होने का मामला हाईकोर्ट में लंबित है। राजस्थान में कांग्रेस के ही तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट की सरकार गिराने की नाकाम कोशिश के बाद बसपा ने अपने छह विधायकों के कांग्रेस में विलय को अदालत में चुनौती दी थी। हालांकि कांग्रेस का कहना है कि बसपा के सभी विधायक कांग्रेस में शामिल हुए हैं, इसलिए उन पर दल बदल कानून लागू नहीं हो सकता है। दरअसल, किसी पार्टी से अलग होने के लिए विधायकों की संख्या एक तिहाई होना जरूरी है।

गौरतलब है कि किसान आंदोलन के समर्थन में तथा महंगाई के खिलाफ गुजरात कांग्रेस के गांधीनगर में धरने के दौरान पुलिस व कांग्रेस कार्यकर्ताओं में टकराव हुआ था। शनिवार को राजभवन का घेराव के लिए रवाना होने से पहले ही कांग्रेस अध्यक्ष अमित चावड़ा व गुजरात विधानसभा में नेता विपक्ष परेश धनाणी की पुलिस ने धरपकड़ की। गुजरात कांग्रेस प्रभारी राजीव सातव वरिष्ठ नेता व पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अर्जुन मोढवाडिया सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता व समर्थक गांधीनगर के सत्याग्रह छावनी में धरनास्थल पर मौजूद थे। सत्याग्रह छावनी से सभा करने के बाद सभी कांग्रेस नेता व कार्यकर्ता राजभवन के घेराव के लिए रवाना हुए थे। पूर्व विधायक डॉक्टर कामिनी राठौर, पूर्व सांसद प्रभा तावियाड, अहमदाबाद पूर्व से लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस प्रत्याशी रही गीताबेन पटेल शहीद बड़ी संख्या में महिला कार्यकर्ता भी मौजूद रही।

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