गुजरात में सूरत के ट्राई स्टार हॉस्पिटल में सर्वर रूम में शार्ट सर्किट के बाद आग लग गई। आग बुझाने के लिए फायर ब्रिगेड की दस गाड़ियां बुलानी पड़ीं। अस्पताल के प्रथम तल पर आग लगने के कारण वहां भर्ती 16 मरीजों को दूसरे अस्पताल में भेजा गया। सूरत के आठवां गेट पर स्थित ट्राई स्टार हॉस्पिटल में बुधवार को दोपहर में आग लग गई। आग बुझाने के लिए फायर ब्रिगेड की दस गाड़ियां पहुंचीं, जिन्होंने काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया। इस आगजनी में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। मरीजों को सुरक्षित दूसरे अस्पताल में भेज दिया गया है। सूरत के महापौर ने कहा कि अस्पताल मैं फायर सेफ्टी में कमी या एनओसी नहीं होने पर सख्त कार्यवाही की जाएगी। उधर, पुलिस आयुक्त ने भी इस घटना के लिए दोषियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर जांच करने की बात कही है।

किस घटना के कारण पूरा अस्पताल धुआं से घिर गया था। फायर कर्मचारियों ने बड़ी मुश्किल से मरीजों का बचाव किया, उन्हें ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ ट्राई स्टार हॉस्पिटल से शहर के दूसरे अस्पताल में सुरक्षित पहुंचाने का काम किया। जानकारी मिली है कि फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों ने कुछ माह पहले ही इस अस्पताल में आग लगने पर बचाव का एक मॉक ड्रिल किया था, लेकिन अब बताया जा रहा है कि अस्पताल के पास फायर सेफ्टी के पर्याप्त साधन नहीं थे तथा फायर ब्रिगेड का एनओसी भी नहीं था।

पिछले कुछ माह से अहमदाबाद, सूरत, वडोदरा सहित कई अन्य शहर के अस्पताल व औद्योगिक इकाइयों में आगजनी की घटनाएं हो चुकी हैं। अहमदाबाद के हॉस्पिटल में कोविड-19 वार्ड में भर्ती आठ मरीज जलकर मर गए थे, लेकिन इसके बावजूद प्रशासन इस तरह की घटनाओं को लेकर गंभीर नजर नहीं आ रहा है। गौरतलब है कि अहमदाबाद की श्री हॉस्पिटल में आग लगने के कारण आठ लोगों की जलकर मौत हो गई थी। इसके बाद सरकार व प्रशासन ने फायर सेफ्टी की बड़ी-बड़ी बातें की, लेकिन आगजनी की एक के बाद एक घटनाएं सामने आ रही हैं।

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