पूर्व वायु सेना प्रमुख बीएस धनोआ ने गुरुवार को कहा कि बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान द्वारा की गई हरकत के जवाब में भारतीय वायुसेना उनकी सेना की अग्रीम पंक्ति को नष्ट कर देती। उस समय हमारी सैन्य मुद्रा बहुत आक्रामक थी। 27 फरवरी 2019 को भारतीय वायुसेना के लड़कू विमानों ने पाकिस्तान के बालाकोच में आत्की ठिकानों पर बम बरसाए थे।
पूर्व एयरफोर्स चीफ बीएस धनोआ का बयान विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान पर पाकिस्तान के सांसद अयाज सादिक के खुलासे के बाद आया। सादिक ने दावा किया कि विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा था अगर भारतीय वायु सेना के विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान को रात नौ बजे तक नहीं छोड़ा गया तो भारत हमला कर देगा। धनोआ ने बताया कि अभिनंदन के पिता और मैंने एक साथ सेवा की। इसलिए, जब अभिनंदन का विमान पाकिस्तान में क्रैश हो गया तो मैंने उनसे कहा कि हम अहूजा को तो वापस नहीं ला सके, लेकिन अभिनंदन को जरूर वापस लाएंगे। कारगिल युद्ध के दौरान मेरे फ्लाइट कमांडर अहुजा को पाकिसतान ने पकड़ लिया था और गोली मारकर उनकी हत्या कर दी थी। उन्होंने बताया कि अभिनंदन के समय पाकिस्तान पर राजनयिक और राजनीतिक के साथ-साथ सैन्य दबाव भी था। उन्होंने कहा कि जिस तरह से वह (पाकिस्तान के सांसद) कह रहे हैं कि भारत के हमले की आशंका से उस समय पाकिस्तान के सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा के पैर कांप रहे थे और चेहरे पर पसीना आ रहा था। ऐसा इसलिए है क्योंकि सैन्य मुद्रा बहुत आक्रामक थी… अगर 27 तारीख को पाकिस्तान ने हमारे सैन्य प्रतिष्ठानों को नुकसान पहुंचाया होता तो, हम उसकी सेना के आगे के ब्रिगेड को मिटा देने की स्थिति में थे। वे जानते हैं कि हमारी क्षमता क्या है।