बेहतर पुलिसिंग से झारखंड में अपराध हो सकता है नियंत्रित: हेमंत सोरेन

(जी.एन.एस) ता. 18रांचीझारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य में अपराध कैसे कम हो को बड़ी चुनौती बताया। साथ ही कहा कि यदि पुलिसिंग बेहतर हो तो इस दिशा में कामयाबी पाई जा सकती है। हेमंत सोरेन ने गुरुवार को गृह एवं कारा विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान कहा कि इसके लिए जरूरी है कि पुलिस आम जनता का विश्वास जीते। लोगों से मधुर संबंध और लगातार संवाद स्थापित बनाकर आम जनता का विश्वास जीते और लगातार संवाद करे। यह बातें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गुरुवार को गृह एवं कारा विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों से कही। उन्होंने कहा कि पुलिस ऐसा काम करे, जिससे आम जनता उन्हेंं अपना हीरो मानकर सम्मानित करे। समीक्षा बैठक में मौजूद अधिकारियों ने अपराध व अपराधियों को नियंत्रित करने, बेहतर पुलिसिंग व्यवस्था और पुलिस आधुनिकीकरण की दिशा में उठाए जा रहे कदमों से मुख्यमंत्री को अवगत कराया।

मुख्यमंत्री ने तेजी से बढ़ रहे साइबर अपराध पर नियंत्रण व अनुसंधान के लिए अलग सिस्टम बनाने, इसके लिए पद सृजन कर नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करने पर बल दिया। उन्होंने राज्य में महिलाओं व बच्चों को साइबर अपराध से बचाने के लिए साइबर क्राइम प्रिवेंशन अगेंस्ट वूमेन एंड चिल्ड्रेन योजना शुरू करने की घोषणा की है। इसके साथ ऑनलाइन साइबर रजिस्ट्रेशन यूनिट, कैपेसिटी बिल्डिंग यूनिट, अवेरनेस क्रिएशन यूनिट और रिसर्च एंड डेवलपमेन्ट यूनिट का गठन किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने स्कूल व कॉलेज में पढऩे वाले विद्याॢथयों को कम्युनिटी पुलिसिंग का प्रशिक्षण देने पर बल दिया और इसके लिए प्रत्येक जिले के 10-10 विद्यालयों के चयन के लिए अधिकारियों को आदेश दिया है। कम्यूनिटी पुलिसिंग का प्रशिक्षण लेने वाले विद्यार्थी संबंधित थाने को सहयोग करेंगे।

होमगार्ड जवानों का बेहतर तरीके से इस्तेमाल हो

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में लगभग 36 हजार गृह रक्षकों के स्वीकृत पद हैं। इनमें लगभग 19 हजार को दैनिक कार्य के आधार पर भत्ता दिया जाता है। कई जवानों को रोज काम नहीं मिल पाता है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को सरकारी विभागों व अन्य सरकारी उपक्रमों में सुरक्षा जवान के रूप में गृह रक्षकों की सेवा लेने की संभावनाओं को तलाशने का निर्देश दिया है।