अमेरिका में राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए वोटिंग जारी है। न्यूयॉर्क, न्यूजर्सी और वर्जीनिया में पोलिंग स्टेशन खुल चुके हैं और लोग अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। वैसे इस चुनाव के लिए 50 राज्यों में मतदान केंद्र नौ अलग-अलग टाइमजोन के मुताबिक अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग समय पर खुलेगें। इस बीच चुनाव के दिन हिंसा की आशंका को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं। व्हाइट हाउस समेत प्रमुख वाणिज्य क्षेत्रों और बाजारों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। चुनाव से जुड़ा हर अपडेट जानने के लिए जुड़े रहें ab2news.com के साथ…
राष्ट्रीय सर्वेक्षणों में बिडेन आगे
वोटिंग के शुरुआती दौर में ही बड़ी संख्या में लोगों के मतदान करने की खबरें हैं। पेनसिल्वेलिया में सैकड़ों लोग वोटिंग शुरू होने से पहले ही पोलिंग बूथों के बाहर कतारों में नजर आए। राष्ट्रीय सर्वेक्षणों में मौजूदा राष्ट्रपति ट्रंप के लिए निराशाजनक खबरें आ रही हैं। इन सर्वेक्षणों में जो बिडेन के ट्रंप से आगे रहने का अनुमान लगाया जा रहा है। बिडेन राष्ट्रपति ट्रंप से 6.7 फीसद वोटों से आगे चल रहे हैं।
मतदान केंद्रों के बाहर लंबी कतारें
अमेरिका में मतदान को लेकर चूंकि अलग अलग राज्यों में अलग अलग टाइमिंग तय की गई है। वर्जीनिया, न्यूयॉर्क, न्यूजर्सी, कैलिफोर्निया में लंबी लाइनें नजर आ रही हैं। ओपीनियन पोल्स में बिडेन को लीड का आकलन किया गया है। ट्रंप ने कहा है कि मैं जीत की उम्मीदों को देखकर बहुत अच्छा महसूस कर रहा हूं। उन्होंने उम्मीद जताई कि फ्लोरिडा और एरिजोना में उनकी जीत होगी।
ट्रंप ने भी लोगों से की मतदान की अपील
ट्रंप ने ट्वीट कर लोगों से बड़ी संख्या में मतदान करने की अपील की है। उन्होंने कहा, ‘मेरे सभी समर्थकों को तहेदिल से शुक्रिया। आप सभी शुरुआत से जुड़े रहे हैं। मैं भी आपको निराश नहीं करूंगा। आपकी उम्मीदें, मेरी उम्मीदें हैं… आपके सपने मेरे सपने हैं। मैं आपके भविष्य के लिए जूझ रहा हूं। बिडेन के लिए डाला गया वोट सरकार का नियंत्रण कम्युनिस्टों के हाथों में दे देगा। आएं अमेरिका को फिर से महान बनाने के मतदान करें…
पेलोसी बोलीं, संसद राष्ट्रपति का फैसला करने को तैयार
चुनाव नतीजों के बाद बवाल की आशंका को देखते हुए अमेरिका के प्रमुख वाणिज्यिक संस्थानों की सुरक्षा भी कड़ी कर दी गई है। अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष नैन्सी पेलोसी ने कहा है कि यदि नतीजों को लेकर कोई विवाद होता है तो संसद राष्ट्रपति का फैसला करने को तैयार है।
बिडेन और हैरिस ने लोगों से वोट डालने की अपील की
डोमेक्रेटिक पार्टी से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बिडेन, उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार कमला हैरिस ने ट्वीट कर लोगों से बड़ी संख्या में मतदान की अपील की। बिडेन ने कहा, ‘आज चुनाव का दिन है। जाइये और अमेरिका के लिए मतदान करिए।’ कमला हैरिस ने कहा कि पूरे अमेरिका में मतदान शुरू हो गए हैं। मास्क पहनिए और जाइए अपने मतदान केंद्र पर वोट डालिए।
न्यू हैम्पशायर में डाला गया पहला वोट, डिक्सविले नॉच में सभी पांच वोट बिडेन को
पूर्वोत्तर राज्य न्यू हैम्पशायर के कस्बों डिक्सविले नॉच और मिल्सफील्ड में पहले वोट डाले गए। मतदाताओं ने अमेरिकी राष्ट्रपति और न्यू हैम्पशायर के राज्यपाल और संघीय और राज्य विधानसभा सीटों के लिए अपने पसंदीदा उम्मीदवारों को चुनने के साथ की। बिडेन ने न्यू हैम्पशायर के डिक्सविले नॉच में सभी पांच वोट जीत लिए हैं। यहां सबसे पहले नतीजे आए हैं
हाई अलर्ट पर सभी खुफिया संस्थान
इन चुनावों को हालिया इतिहास के सबसे विभाजनकारी चुनावों में से एक बताया जा रहा है। सभी महत्वपूर्ण सरकारी प्रतिष्ठान हाई अलर्ट पर हैं। सीक्रेट सर्विस ने व्हाइट हाउस को किले में तब्दील कर दिया है। इसके बाद राष्ट्रपति के आवास के परिसर के चारों तरफ एक अस्थाई तौर पर ऊंची दीवार खड़ी की गई है। हिंसा की आशंका को देखते हुए कामगार प्रमुख दुकानों और स्टोरों पर सुरक्षा के लिए फ्रेम लगाए गए हैं
जानें कब आएंगे नतीजे
भारत में जहां चुनाव आयोग मतदान के बाद अंतिम परिणाम घोषित करता है वहीं अमेरिका में इसके उलट हर अमेरिकी राज्य गणना करता है और मतदान खत्म होने के बाद परिणाम घोषित करता है। कई राज्यों में वोटिंग के बाद मतगणना शुरू हो जाएगी। चूंकि इस बार लोगों ने बड़ी संख्या में मेल इन बैलेट और पोस्टल बैलेट के जरिए मतदान किया है। इसलिए माना जा रहा है कि पोस्टल बैलेट की गिनती के कारण इस बार चुनाव परिणाम में देरी होगी
ट्रंप या बिडेन कोई जीते भारत के साथ मजबूत रिश्ते रहेंगे बरकरार
अमेरिका में राष्ट्रपति कोई भी बने लेकिन भारत के साथ उसके रणनीतिक संबंध ना केवल मजबूत होंगे बल्कि बढ़ते रहेंगे। ऐसा संकेत प्रत्याशियों के दस्तावेजों से मिलता है। ट्रंप भारत के सबसे अच्छे दोस्त के रूप में उभरे हैं। वह दोनों देशों के रिश्तों को एक नए मुकाम पर ले गए हैं। वहीं बिडेन ने भी भारत के साथ बेहतर संबंधों की वकालत की है।
अब तक का सबसे बड़ा सट्टेबाजी इवेंट बना यह चुनाव
अमेरिका का अगला राष्ट्रपति कौन होगा यह तो नतीजों के बाद पता चलेगा लेकिन यह चुनाव सट्टेबाजों के लिए एक बड़ा मौका बनकर आया है। सट्टा कंपनियों का कहना है कि मौजूदा अमेरिकी चुनाव अब तक का सबसे बड़ा सट्टेबाजी इवेंट बनने जा रहा है। इस चुनाव को लेकर सट्टेबाजी का आलम यह है कि एक खिलाड़ी ने तो जो बिडेन की जीत पर एक मिलियन पाउंड का रिकॉर्ड सट्टा लगाया है।
अर्ली वोटिंग में पौने दस करोड़ मतदान
अर्ली वोटिंग और डाक मतपत्र के माध्यम से अब तक पौन दस करोड़ लोग वोट डाल चुके हैं। अमेरिका में जीत सिर्फ पॉपुलर वोट से नहीं होती है। यह संख्या वर्ष 2016 में डाले गए वोटों का लगभग 68 फीसद है। इस चुनाव में कोरोना संकट, रोजगार, अश्वेत हिंसा समेत कई मुद्दे उछले हैं।
ऐसे होता है अमेरिकी राष्ट्रपति का चुनाव
अमेरिका में जीत सिर्फ पॉपुलर वोट से नहीं होती है। राष्ट्रपति बनने के लिए दोनों प्रत्याशियों में से किसी एक को 538 इलेक्टोरल कॉलेज में से 270 में जीत हासिल करनी होगी। यह चुनाव कैसे होता है? इसके क्या तौर तरीके हैं? भारत से यह चुनावी प्रक्रिया किस तरह से अलग है? आइए, हम आपको पूरी चुनावी प्रक्रिया सरल तरीके से समझाते हैं
अब तक ऐसा रहा है जीत का अंतर
ट्रंप का दावा है कि उनकी इलेक्टोरल कॉलेज जीत रोनाल्ड रीगन के बाद सबसे बड़ी होगी। वहीं आंकड़े दिखाते हैं कि ट्रंप की इलेक्टोरल कॉलेज जीत सिर्फ जॉर्ज डब्ल्यू बुश से ही ज्यादा है। बुश ने वर्ष 2000 में 271 मतों और 2004 में 286 मतों से जीत हासिल की थी। अमेरिका के इतिहास में अब तक ऐसा 16 बार हो चुका है, जब राष्ट्रपति दूसरी बार पद पर बने रहने का मौका मिला है।