माओवाद के खिलाफ और तेज होगी जंग, बलिदान को कभी नहीं भूलेंगे

छत्तीसगढ़ के बीजापुर के जंगलों में नक्सली हमले में शहीद हुए 23 जवानों को श्रद्धांजलि देने के बाद होम मिनिस्टर अमित शाह ने माओवाद के खिलाफ जंग तेज करने की बात कही है। शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देने के बाद अमित शाह ने राज्य के सीएम भूपेश बघेल, आईबी, सीआरपीएफ और पुलिस के अफसरों के साथ मीटिंग की। बैठक के बाद अमित शाह ने कहा कि इस घटना के बाद नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई को हम और तीव्र करेंगे और अंत तक जाएंगे। मैं शहीदों के परिजनों से यह कहना चाहता हूं कि आपके भाई, बेटे या पति ने देश के लिए जो बलिदान दिया है, उसे कभी भुलाया नहीं जा सकेगा।

उन्होंने कहा कि पिछले 5 से 6 सालों में छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद से निपटने में हमें मदद मिली है। देश जवानों का बलिदान याद रखेगा। भारत सरकार और छत्तीसगढ़ सरकार ने जंगलों में अंदर जाने की गति बढ़ाई है और इसी झुंझलाहट में नक्सलियों ने यह हमला किया है। मीटिंग के बाद अमित शाह ने कहा कि छत्तीसगढ़ के सीएम, सांसदों और आदिवासी प्रतिनिधियों की राय पर काम जारी है।

अमित शाह बोले, शहीदों के परिजनों के साथ है पूरा देश

उन्होंने कहा कि हम विकास पर भी फोकस करेंगे और नक्सलियों से लड़ाई को भी आखिर तक ले जाने का फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि इस संकट की घड़ी में पूरा देश आपके साथ खड़ा है। हम उनके बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने देंगे। मैं शहीद हुए जवानों को एक बार फिर से श्रद्धांजलि देना चाहता हूं।

भूपेश बघेल ने कहा, यह एनकाउंटर नहीं एक तरह का युद्ध था 

मीटिंग के बाद अमित शाह के साथ भूपेश बघेल भी मीडिया के साथ बातचीत के दौरान थे। उन्होंने कहा कि यह एक तरह का युद्ध था, जो लगातार 4 घंटे तक चलता रहा। उन्होंने कहा कि ऐसा पहली बार हुआ है, जब उनके हथियार और लाशें भी गायब हो गए। इस बार भी बड़ी संख्या में नक्सलियों के मारे जाने की सूचना है। 4 ट्रैक्टरों में वे लाशें लेकर गए। यह इलाका उनका गढ़ कहा जाता है। ऐसे में हमारा वहां तक पहुंचना और इस तरह से बड़ी संख्या में नक्सलियों का मारा जाना बड़ी बात है। होम मिनिस्टर अमित शाह हमले में जख्मी हुए सीआरपीएफ और पुलिस के जवानों से भी मुलाकात करने वाले हैं।