अंडमान सागर में फंसे रोहिंग्या शरणार्थियों के लिए UN रिफ्यूजी एजेंसी ने उठाई आवाज

अंडमान सागर में नावों पर फंसे भूखे-प्यासे रोहिंग्या शरणार्थियों के समूह के तुरंत बचाव के लिए संयुक्त राष्ट्र रिफ्यूजी एजेंसी (United Nations refugee agency) ने सोमवार को आवाज उठाई। इन शरणार्थियों के समूह में कई गंभीर रूप से बीमार हैं और गंभीर डिहाइड्रेशन की समस्या से गुजर रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र एजेंसी ने कहा कि इसमें से कई यात्रियों की मौत हो चुकी है। एजेंसी ने दक्षिण पूर्व एशियाई देशों से उन्हें बचाने की अपील की है।

संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी आयोग ने बताया कि नौका 10 दिन पहले बांग्लादेश के कॉक्स बाजार से रवाना हुयी थी और इंजन खराब होने के बाद करीब एक हफ्ते से समुद्र में भटक रही है। एजेंसी ने कहा कि अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि नौका पर कितने लोग सवार हैं और नौका कहां पर है लेकिन शरणार्थियों के पास कई दिन से खाना-पानी नहीं होने की खबरें हैं। UNHCR (एशिया प्रशांत क्षेत्र) निदेशक इंद्रिका रातवट्टे ने एक बयान में कहा, ‘कई लोग नाजुक हालात में हैं और संभवत: गंभीर निर्जलन की समस्या का सामना कर रहे हैं। हमारा मानना है कि कई शरणार्थियों की पहले ही मौत हो गई है और मृतकों की संख्या गत 24 घंटे में बढ़ी है।’

UNHCR ने कहा कि उसने अंडमान सागर के आसपास के देशों को सतर्क किया है और नौका पर सवार शरणार्थियों की मदद की अपील की है। एजेंसी ने कहा कि नौका मिलने पर वह मानवीय सहायता एवं पृथकवास सुविधा मुहैया कराने को तैयार है।