उत्तराखंड में आई तबाही को लेकर राहुल गांधी ने दुख व्यक्त किया, मोदी ने मदद का दिया आश्‍वासन

उत्तराखंड के चमोली में आई तबाही को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने दुख व्यक्त किया है। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से आग्रह किया है कि वो इस मुशकिल समय में लोगों की मदद करें। इस संबंध में उन्होंने एक ट्वीट करते हुए कहा, ‘चमोली जिले में आई इस त्रासदी से मैं दुख में हूं। राज्य सरकार को इस स्थिति में तुरंत लोगों की मदद करनी चाहिए और पार्टी कार्यकर्ता भी इसमें उनके साथ हैं।’

गौरतलब है कि चमोली जिले में एवलांच के बाद ऋषिगंगा हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट पूरी तरह से तबाह हो गया है। वहीं, धौलीगंगा पर बने हाइड्रो प्रोजेक्ट का बांध टूट गया, जिससे गंगा और उसकी सहायक नदियों में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है। इसके मद्देनजर राज्य में चमोली से लेकर हरिद्वार तक रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। जिस वक्त हादसा हुआ, उस समय दोनों प्रोजेक्ट पर काफी संख्या में मजदूर कार्य कर रहे थे। इस हादसे में डेढ़ लोगों के मारे जाने की आशंका जताई जा रही है, जबकि आठ के शव बरामद किए गए हैं। सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत लगातार इस घटनाक्रम पर निगरानी रखे हुए हैं। वे त्रिवेंद्र सिंह रावत जोशीमठ पहुंच गए हैं। उन्होंने यहां घटनास्थल का मुआयना किया और पूरी जानकारी ली। वहीं, पानी कर्णप्रयाग तक पहुंच गया है।

चमोली में तबाही के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्विट कर कहा कि उत्तराखंड में दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति पर लगातार निगरानी कर रहे हैं। देश उत्तराखंड के साथ खड़ा है और राष्ट्र सभी की सुरक्षा के लिए प्रार्थना करता है। वरिष्ठ अधिकारियों से लगातार बात कर रहे हैं। एनडीआरएफ की तैनाती, बचाव कार्य और राहत कार्यों की जानकारी ली जा रही है।

गृह मंत्री अमित शाह ने ट्विट कर कहा कि उत्तराखंड में प्राकृतिक आपदा की सूचना के सम्बंध में मैंने मुख्यमंत्री, डीजी आइटीबीपी, और डीजी एनडीआरएफ से बात की है। सभी सम्बंधित अधिकारी को सुरक्षित करने में युद्धस्तर पर काम कर रहे हैं। एनडीआरएफ की टीमें बचाव कार्य के लिए निकल गयी हैं। देवभूमि को हर सम्भव मदद दी जाएगी। एनडीआरएफ की कुछ और टीमें दिल्‍ली से एयरलिफ्ट करके उत्तराखंड भेजी जा रही हैं। हम वहां की स्थिति को निरंतर मॉनिटर कर रहे हैं। इस कठिन समय में मोदी सरकार उत्तराखंड की जनता के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। एनडीआरएफ, आइटीबीपी और एसडीआरएफ की टीमें वहां पहुंच गई हैं, वायुसेना को भी अलर्ट पर रखा गया है। देवभूमि में जानमाल का नुकसान कम से कम हो और वहां की स्थिति यथाशीघ्र सामान्य हो यह हमारी प्राथमिकता है।