कृषि कानूनों पर शरद पवार बता रहे गलत तथ्य : नरेंद्र सिंह तोमर

केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार पर पलटवार किया है। नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि शरद पवार एक अनुभवी नेता हैं और पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री भी हैं। जिन्हें कृषि से संबंधित मुद्दों और समाधानों के बारे में अच्छी जानकारी प्राप्त है। उन्होंने खुद भी पहले कृषि सुधार लाने के लिए कड़ी मेहनत की है और कृषि कानूनों को लेकर गलत तथ्य बता रहे हैं। इसके साथ ही केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने सोशल मीडिया के जरिए कुछ दस्तावेज भी साझा किए है।

Since he speaks with some experience and expertise on the issue, it was dismaying to see his tweets employ a mix of ignorance & misinformation on the agriculture reforms. Let me take this opportunity to present some facts: Union Agriculture Minister Narendra Singh Tomar pic.twitter.com/UokGOWZQEq

— ANI (@ANI) January 31, 2021

बता दें कि हाल ही में अभी पूर्व कृषि मंत्री शरद पवार ने ट्वीट कर कहा था कि उनके कार्यकाल के दौरान, विशेष बाजार स्थापित करने के लिए मसौदा एपीएमसी नियमावली 2007 तैयार की गई थी, ताकि किसानों को अपनी उपज बेचने के लिए वैकल्पिक मंच उपलब्ध कराया जा सके और मौजूदा मंडी प्रणली को मजबूत करने के लिए भी अत्यधिक सावधानी बरती गई। बता दें कि शरद पवार 2004 से 2014 तक केंद्रीय कृषि मंत्री रहे थे।

वहीं, शरद पवार पर पलटवार करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि नए पारिस्थितिकी तंत्र के तहत मंडियां प्रभावित नहीं होती हैं। इसके बजाय वे सेवाओं और बुनियादी ढांचे के मामले में अधिक प्रतिस्पर्धी और लागत प्रभावी होंगे और दोनों प्रणालियां किसानों के सामान्य हित के लिए सह-अस्तित्व में होंगी।

तोमर ने कहा कि नए कानून किसानों को अपनी उपज बेचने के लिए अतिरिक्त विकल्प की सुविधा प्रदान करते हैं, किसान अब अपनी फसल को कहीं भी बेहतर कीमत पर राज्य में या राज्य से बाहर बेच सकते हैं। इन तीन कृषि कानूनों से यह वर्तमान MSP प्रणाली भी प्रभावित नहीं होती है।