किसानों के समर्थन में आख़िरकार बोले धर्मेंद्र, पहले इस वजह से डिलीट कर दिया था ट्वीट

धर्मेंद्र ने कुछ दिनों पहले भी ऐसा ही एक ट्वीट किया था जिसे उन्होंने तुरंत डिलीट कर दिया था। बाद में उनके इस ट्वीट के स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया में वायरल हुए थे और कुछ लोगों ने इसको लेकर धर्मेंद्र को ट्रोल किया था।

कृषि बिलों को लेकर काफ़ी दिनों से किसानों का आंदोलन चल रहा है। इसकी प्रतिध्वनि सोशल मीडिया के ज़रिए फ़िल्म इंडस्ट्री में भी सुनाई दे रही है। सेलेब्रिटीज़ अपनी-अपनी राय रख रहे हैं। कुछ किसानों के आंदोलन के समर्थन में हैं तो कुछ सरकार के पक्ष में खड़े नज़र आ रहे हैं। ऐसे में हिंदी सिनेमा के वेटरन एक्टर धर्मेंद्र ने सरकार से किसानों के लिए कुछ करने की इल्तिज़ा की है।

शुक्रवार को धर्मेंद्र ने ट्वीट किया- अपने किसान भाइयों के कष्टों को देखकर मैं काफ़ी दुखी हूं। सरकार को जल्द कुछ करना चाहिए। बता दें, धर्मेंद्र भले ही हिंदी सिनेमा के सुपरस्टार रहे हैं, मगर दिल से वो ख़ुद को किसान कहते रहे हैं। फ़िल्मी दुनिया से दूर धर्मेंद्र का अधिकांश समय अपने फार्म हाउस पर बीतता है, जहां वो खेती-बाड़ी का लुत्फ़ उठाते हैं और इसके वीडियो अक्सर सोशल मीडिया के ज़रिए फैंस के साथ साझा भी करते रहे हैं।

डिलीट किया था ट्वीट

वैसे, धर्मेंद्र ने कुछ दिनों पहले भी ऐसा ही एक ट्वीट किया था, जिसे उन्होंने तुरंत डिलीट कर दिया था। बाद में उनके इस ट्वीट के स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया में वायरल हुए थे और कुछ लोगों ने इसको लेकर धर्मेंद्र को ट्रोल किया था। इस पर धर्मेंद्र ने कहा था कि ऐसी ही प्रतिक्रियाओं की वजह से उन्होंने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया था। धर्मेंद्र ने लिखा था- आपके ऐसे ही कमेंट्स से दुखी होकर अपना ट्वीट डिलीट कर दिया था। जी भर के गाली दे लीजिए। आपकी ख़ुशी में ख़ुश हूं मैं। हां, अपने किसान भाइयों के लिए बहुत दुखी हूं। सरकार को जल्दी कोई हल तलाश कर लेना चाहिए। हमारी किसी की कोई सुनवाई नहीं।

वहीं, धर्मेंद्र के बेटे बीजेपी सांसद सनी देओल ने ट्वीट करके कहा था कि वो किसानों और सरकार के साथ हैं। हमारी सरकार हमेशा किसानों के हित में सोचती है। सनी ने उम्मीद जतायी थी कि सरकार किसानों से बातचीत करके सही नतीजे पर पहुंचेगी। साथ ही सनी ने ऐसे लोगों को भी चेतावनी दी, जो किसान आंदोलन का इस्तेमाल अपने फायदे के लिए करना चाह रहे हैं। सनी ने कहा था कि सरकार और किसानों के बीच में किसी को नहीं आना चाहिए।