विस्तार से जानें, कोरोना वैक्सीन के लिए आपको कितने पैसे खर्च करने पड़ सकते हैं

भारत में कोरोना वायरस वैक्सीन (COVID-19 Vaccine) कब आएगी? इसकी कीमत क्या होगी? यह कहां उपलब्ध होगी? ये सवाल सभी देशवासियों के जेहन में लगातार उठ रहे हैं। इसे देखते हुए वैक्सीन बनाने वाली कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला ने इन सवालों के जवाब दिए हैं। उनका कहना है कि ऑक्सफोर्ड की कोविड-19 वैक्सीन स्वास्थ्यकर्मियों और बुजुर्ग लोगों के लिए 20 फरवरी तक और आम जनता के लिए अप्रैल तक उपलब्ध होगी। इसके अलावा, उन्होंने कहा है कि इसके दो डोज की कीमत अधिकतम हजार रुपये होगी। उनका मानना है कि संभवत: 2024 तक प्रत्येक भारतीय को टीका लग जाएगा।

पूनावाला ने कहा कि संभवत: दो से तीन साल में हर भारतीय का टीकाकरण हो जाएगा। वैक्सीन की आपूर्ति के अलावा आपको बजट, लॉजिस्टिक्स, इन्फ्रास्ट्रक्चर की जरूरत होगी। इसके अलावा लोगों को वैक्सीन लेने के लिए तैयार करना होगा। ऐसे में 2024 तक सभी लोगों का टीकाकरण हो जाएगा।

भारत को सस्ते में उपलब्ध होगी वैक्सीन

हिंदुस्तान टाइम्स लीडरशिप समिट (HTLS) के दौरान पूनावाला ने वैक्सीन की कीमत को लेकर सवाल का जवाब देते हुए कहा कि दो आवश्यक खुराक की कीमत हजार रुपये होगी। भारत सरकार वैक्सीन बड़ी मात्रा में खरीदेगी, ऐसे में यह उसके पास सस्ते में उपलब्ध होगी। इसकी कीमत कोवैक्स के करीब होगी। बाजार में मौजूद अन्य टीकों की तुलना में हम कोरोना का टीका काफी सस्ते में उपलब्ध करा रहे हैं।

टीका कितना प्रभावी होगा?

कोरोना के टीका कितने प्रभावी होंगे? इसके बारे में उन्होंने कहा कि ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राज़ेनेका के टीके ने बुजुर्ग लोगों पर भी अच्छा रिजल्ट दिया है, जो पहले एक चिंता का विषय था। इसने अच्छी टी-सेल प्रतिक्रिया दिखाई है। ऐसे में यह लंबे समय तक कोरोना के खिलाफ प्रतिरक्षा प्रदान कर सकता है। हालांकि, समय के साथ ही पता चलेगा कि ये वैक्सीन लंबे समय तक प्रभावी होंगे या नहीं। फिलहाल कोई भी इसका जवाब नहीं दे सकता है।

बच्चों को थोड़ा इंतजार करना होगा

पूनावाला ने कहा कि सुरक्षा डेटा आने तक बच्चों को थोड़ा इंतजार करना होगा, लेकिन अच्छी खबर यह है कि कोरोना उनके लिए ज्यादा खतरनाक नहीं है। ऑक्सफोर्ड वैक्सीन सस्ती और सुरक्षित है। इसे स्टोर करने के लिए दो से आठ डिग्री सेल्सियस के तापमान की जरूरत होगी, जो भारत के कोल्ड स्टोरेज के लिए आदर्श तापमान है। उन्होंने कहा कि सीरम की योजना फरवरी से प्रति माह लगभग 10 करोड़ खुराक बनाने की है। भारत को इसकी कितनी खुराक प्रदान की जाएगी? इस संबंध में पूनावाला ने कहा कि अभी भी बातचीत चल रही है और इस संबंध में कोई समझौता नहीं हुआ है।