पश्चिम बंगाल में दूसरे चरण के चुनाव से पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विपक्षी नेताओं को पत्र लिखा है। पत्र में लिखा है कि मेरा दृढ़ता से मानना है कि लोकतंत्र और संविधान पर भाजपा के हमलों के खिलाफ एकजुट होने और प्रभावी संघर्ष का समय आ गया है।
बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सुप्रीमो ममता बनर्जी ने राष्ट्रीय स्तर के गैर भाजपा नेताओं को पत्र लिखकर केंद्र की भाजपा सरकार की कथित जनविरोधी नीतिओं के खिलाफ एकजुट होकर संयुक्त रूप से लडऩे का आह्वान किया है। ममता बनर्जी ने सोनिया गांधी, शरद पवार, एमके स्टालिन, अखिलेश यादव, तेजस्वी यादव, उद्धव ठाकरे, हेमंत सोरेन, अरविंद केजरीवाल, नवीन पटनायक, जगन रेड्डी, केएस रेड्डी, फारूक अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती और दीपांकर भट्टाचार्य को पत्र लिखकर समर्थन मांगा है।
Mamata Banerjee writes to leaders incl Sonia Gandhi, Sharad Pawar, MK Stalin, Tejashwi Yadav, Uddhav Thackeray, Arvind Kejriwal, Naveen Patnaik stating, "I strongly believe that the time has come for a united & effective struggle against BJP's attacks on democracy & Constitution" pic.twitter.com/OLp7tDm9pU
— ANI (@ANI) March 31, 2021
केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही मोदी सरकार
उन्होंने लिखा है कि भाजपा की सरकार सीबीआइ, ईडी और अन्य केंद्रीय एजेंसियां का विरोधी दल के नेताओं के खिलाफ इस्तेमाल कर रही है। मोदी सरकार के निर्देश पर ईडी ने न केवल तृणमूल कांग्रेस वरन डीएमके सहित अन्य पार्टी के नेताओं के यहां छापेमारी की है। उन्होंने लिखा है कि अब यह समय आ गया है कि वह विश्वास करती हैं कि प्रजातंत्र और संविधान पर भाजपा के आक्रमण के खिलाफ सभी को एकजुट होकर संग्राम करने की जरूरत है। मैं समान विचारधारा वाली पार्टियों के साथ लड़ाई करती रहूंगी। विधानसभा चुनाव के बाद एक योजना बनाए जाने की जरूरत है।
नेशनल कैपिटल टेरीटोरी ऑफ इंडिया (एमेंडमेंट), बिल का किया विरोध
ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार के नेशनल कैपिटल टेरीटोरी ऑफ इंडिया (एमेंडमेंट), बिल का जिक्र करते हुए इसे पूरी तरह से संघीय व्यवस्था के खिलाफ करार दिया है। उन्होंने कहा कि भाजपा केवल यह दिल्ली के साथ नहीं कर रही है, वरन पूरे देश में ऐसा किया जा रहा है। गैर भाजपा शासित राज्यों में भाजपा राज्यपाल के माध्यम से समस्या पैदा कर रही है। ममता बनर्जी ने योजना आयोग का नाम बदल कर नीति आयोग रखने की भी निंदा की।
कुछ दिनों पूर्व एनसीपी प्रमुख और पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार ने कहा था कि ‘पश्चिम बंगाल में सत्ता का दुरुपयोग कर रही है। बावजूद इसके भाजपा वहां पर जीत नहीं पाएगी। वहां आमजनों की लड़ाई लड़ रहीं ममता बनर्जी पर हमले कर रही है। बांग्ला स्वाभिमान को लेकर पूरा पश्चिम बंगाल ममता के साथ खड़ा हो गया है और चुनाव में उनकी जीत होगी। वहां पर ममता की जीत में कोई संदेह नहीं है।’
शरद पवार बंगाल में ममता बनर्जी का चुनाव प्रचार करने वाले थे, लेकिन तबियत खराब होने के कारण वह ममता बनर्जी का प्रचार नहीं कर सके। इसके अलावा विपक्षी नेताओं हेमंत सोरेन, तेजस्वी यादव आदि ने ममता बनर्जी के पक्ष में प्रचार किया है। हालांकि कांग्रेस वामदलों और आइएसएफ के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ रही है।